भोपाल/मुंबई: (TNA News Network) बॉलीवुड में लगातार कई फिल्मों का बहिष्कार जारी है। बीते कुछ महीनो में लगभग हर हिंदी फिल्म रिलीज़ होने से पहले ही लोगों के निशाने पर आजाती है , और अब यह सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। फिल्मों पर धार्मिक दुष्प्रचार के आरोप लगते है और बायकॉट सोशलमीडिया पर ट्रेंड करने लगते है।

कहते है की फिल्मे समाज का आइना होती है | लेकिन क्या सच में आज फिल्मो का वो स्तर रह गया है !
आज लगभग हर दिन हम फिल्मो के लिए एक शब्द सुनते है हर जगह “बायकॉट बॉलीवुड ” फिर चाहे वो ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा हो या फिर इंस्टाग्राम पे हैशटैग चल रहा हो और अब तो कही न कही इस शब्द से पूरा बॉलीवुड भी परेशान हो चुका है।
कई फिल्मो में सनातन हिन्दू धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार के आरोप लगे है। हाल ही में रिलीज हुई ब्रम्हास्त्र में शिव जूते पहन के मंदिर की घंटी बजता हुआ दिखा तो कभी ‘थैंकगॉड’ में चित्रगुप्त के किरदार को अर्ध नग्न महिलाओ के साथ पेश किया गया है। देखा जाये तो सही माईनो में इस ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ की शुरुआत तब हुई थी जब सुशांत सिंह राजपूत की मौत होगयी थी। तबसे ही उनके फैंस ने गुस्से में आकर कई स्टारकिड्स की फिल्मो को एक सिरे से नकार दिया।
2022 में तो फ्लॉप फिल्मो लंबी सूची है। इस साल में फ़िल्म ‘गंगूबाई कठिवाडी’ ‘भूल भुलैया 2’ और ‘ द कश्मीर फाइल्स ‘ को छोड़ कर हर तीसरी फिल्म फ्लॉप हुई है आकड़े कुछ इस तरह से है की लगभग हर फिल्म ढेर हुई है। जैसे ‘लाल सिंह चढ़ा ‘ ,’रक्षाबंधन ‘ , ‘लिगर ‘ ,’रनवे 34’ ,बचन पांडेय , जोरदार , जर्सी .और ऐसी कई फिल्में शामिल है।